नैन छिदन्ति शस्त्राणि नैनं दहति पावकः न चैनं क्लेयन्तयापो न शोषयति मारुतः ।। 23 ।।
इस आत्मा को शस्त्र काट नहीं सकते, इसको आग जला नहीं सकती, इसको जल गला नहीं सकता और वायु सुखा नहीं सकती । (23)